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कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सामान्य कैंसर के स्क्रीनिंग शिविरों से सबसे अधिक लागत प्रभावी दृष्टिकोण मिलेगा और उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा

इस खबर के स्पोंसर है सॉफ्टनिक इंडिया, शाही मार्केट, गोलघर, गोरखपुर


कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सामान्य कैंसर के स्क्रीनिंग शिविरों से सबसे अधिक लागत प्रभावी दृष्टिकोण मिलेगा और उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा *मुख्य चिकित्सा अधिकारी- महराजगंज* के सहयोग से *सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , बृजमनगंज, महराजगंज के प्रांगण में आज दिनांक 21 मई 2024 दिन मंगलवार को प्रातः 10:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक** एक नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में व्यापक गर्मी के बावजूद दिखाने आए 110 मरीजों ने कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी से कैंसर संबंधित लक्षण की जांच कराई, परामर्श लिया तथा उचित निशुल्क दवा पाकर शिविर का लाभ उठाया।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित ए. एन. एम., जी. एन. एम., संगिनी एवं आशा कार्यकर्ताओं को बुलाकर कैंसर जागरूकता अभियान के तहत उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई कि इन शिविरों के मुख्य उद्देश्य भारत में सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंसर जो कि सबसे आम कैंसर है, के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कैंसर असामान्य कोशिका की वृद्धि की वजह से होता है जो आम तौर पर शरीर के किसी एक हिस्से में उत्पन्न होकर दूसरी जगह फैल जाता है यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया गया तो कई प्रकार के कैंसर हो जाते हैं। लाखों लोगों को हर साल इस घातक बीमारी का सामना करना पड़ता है। कुछ लोग इससे मुकाबला करते हैं जबकि कुछ लोग इसके आगे हार मान जाते हैं। अतः कैंसर के आगे कभी डरें नहीं बल्कि डटकर इसका दावा करें। शिविर प्रशासक अजय श्रीवास्तव ने कैंसर रोग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत में, स्तन कैंसर 23% है जबकि महिलाओं में कैंसर के 17% मरीज सर्वाइकल कैंसर के कारण होते हैं और दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से एक चौथाई का कारण सर्वाइकल कैंसर है, हालांकि इसे ज्यादातर रोका जा सकता है। भारत में हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और 75 हजार से अधिक की इससे मौत हो जाती है। भारत में, 83% आक्रामक सर्वाइकल कैंसर एचपीवी 16 या 18 से जुड़े होते हैं, जबकि दुनिया भर में यह 70% है। हर साल, रोकथाम, शीघ्र पता लगाने और उपचार के लिए संसाधन-उपयुक्त रणनीतियों को लागू करके लाखों लोगों की जान बचाई जाती है। वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024 के हिस्से के रूप में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करने की सरकार की योजना की घोषणा की है।

सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका, फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया ताकि वे अपने क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें।

शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुशील कुमार गुप्ता, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, विनोद, सत्यवती तिवारी, अंकित पांडेय , नारद मुनि, प्रतिमा शर्मा, राम सुंदर यादव, स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।

 

  

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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)

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