- by Saourabh Kumar
- 2025-07-04 13:44:45
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
*आसमानी झंडा से ही पैदा होगी वाल्मीकि एकता - भीम अनार्य जी*
लखनऊ । आसमानी झंडा अति दलित समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक है आसमानी झंडे के नीचे समस्त अति दलित जातियों को एकत्र करने का प्रयास किया जा रहा है, जो शीघ्र पूरा होगा। राष्ट्रीय प्रमुख एवं आदि धर्म गुरु वीरेश भीम अनार्य जी ने कहा वह यहाँ हुसैनाबाद स्थित राष्ट्रीय नेहरू युवा केंद्र में आसमानी झंडा दिवस के स्थापना दिवस पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये अति दलित समाज को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी झंडे के नीचे अति दलितों में वर्गीकरण लागू कराने की लड़ाई को धार दी जाऐगी, अति दलित समाज आसमानी झंडे के नीचे अपने आप को एकत्र करें।
इस अवसर पर पिछड़े वर्ग आयोग उ०प्र० के उपाध्यक्ष सूर्यप्रकाश पाल जी ने कहा कि भगवान वाल्मीकि नहीं होते तो आज हिंदू समाज पहचान वह नहीं होती जो आज है इसलिए हमें उनको नमन कर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि आसमानी झंडा वाल्मीकि समाज की पहचान का प्रतीक हो चुका है। भावाधस भीम की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शर्मिष्ठा अनार्य ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी है सरकार चाहती है कि प्रदेश की दलित महिलाएं भी अन्य समाज की महिलाओं की तरह कदम ताल करें, इसमें सरकार उनके साथ है।
झंडा दिवस में विभिन्न प्रान्तों सहित उ०प्र० के लोगों ने हिस्सा लिया, परिवर्तन चौक स्थित वाल्मीकि आश्रम पर आसमानी ध्वजा रोहण का कार्यक्रम संपन्न हुआ। ध्वजा रोहण पूर्व आई०ए०एस० अजय दीप सिंह जी एवं वीरेश भीम अनार्य जी ने किया। इस अवसर पर दिनेश चंद्रा, चंद्र कुमार, शत्रुघ्न लाल, चौ० अनिल, राकेश कोतवाल, आदि शामिल रहे।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)