- by Shakti Shanker
- 2025-07-07 23:40:18
स्वदेशी इनक्रेडिबल न्यूज़
"आज़ादी के बाद इतिहास ने कई करवटें लीं...
दिल्ली का वायसराय हाउस बना राष्ट्रपति भवन,
और तीन मूर्ति भवन बना देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का सरकारी आवास।
लेकिन एक किस्सा ऐसा है, जो ज़्यादा लोगों को नहीं पता...
नेहरू के निधन के बाद जब लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने और तीन मूर्ति भवन में रहने का विचार किया,
तो इंदिरा गांधी ने उन्हें रोक दिया।
कहा जाता है कि इंदिरा ने साफ शब्दों में कहा—
'आपकी हैसियत नहीं है नेहरू के भवन में रहने की!'
इतिहास गवाह है...
भगवान की लाठी बेआवाज़ होती है।
कुछ ही समय बाद लाल बहादुर शास्त्री का व्यक्तित्व, सादगी और ईमानदारी ने देशवासियों के दिलों में जगह बना ली।
और इधर... इतिहास ने जो मोड़ लिया, वो आज तक चर्चा में है।
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Er. Shakti Shankar Singh (Chief Editor)